जब आप नाराजगी, शिकायत, किसी के प्रति शत्रुता की भावना रखते हैं तो ये भावनाएं का हृदय और प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है और कई स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बनते हैं।आप प्रतिरक्षा से समझौता कर लेते हैं, चिड़चिड़े हो जाते हैं । दूसरी ओर जब आप क्षमा करते हैं, निर्णय और दोष का बोझ छोड़ देते हैं, तो मन शांत हो जाता है और आपका शरीर होमोस्टेसिस पर वापस जाने लगता है, जो कि स्व-विनियमन और आत्म-चिकित्सा है।
एक सुखी और आनंदमय जीवन की कुंजी आपके अतीत से निपटने और शांति बनाने की आपकी क्षमता है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका अतीत कैसा रहा है, आपके गुज़रे हुए कल को आपको अपमान या ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए, बल्कि उसे आज आपसे अच्छाई बाहर निकलवानी चाहिए I
आइए देखें कि हम अपने अतीत के साथ शांति बनाना कैसे सीख सकते हैं और क्षमा की शक्ति के माध्यम से अपने जीवन में सफलता और खुशहाली प्राप्त कर सकते हैं।
When you have feelings of resentment, grudge, enmity towards someone, these feelings have an effect on the heart and immune system and cause many health complications. You become immune compromised and irritable. On the other hand, when you forgive and let go of the burden of judgment and blame, your mind calms down and your body returns to homeostasis, which is self-regulation and self-healing.
The key therefore lies in your ability to deal with your past and make peace with it. No matter what your past has been like, other people and circumstances should not offend or hurt you. Instead it should bring out the best in you today.
Let’s see how we can learn to make peace with our past and find success and happiness in our lives through the power of forgiveness.
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